दिल टूटने से दुनिया बेसाज नहीं होती
जिन्दगी दो पलों की मोहताज नहीं होती
कारवाँ गुजरता चला जाता है यूँ ही
गुबार के अल्फाजों में आवाज़ नहीं होती।
जिन्दगी दो पलों की मोहताज नहीं होती
कारवाँ गुजरता चला जाता है यूँ ही
गुबार के अल्फाजों में आवाज़ नहीं होती।
No comments:
Post a Comment