रास्ते के पत्थर उठाए नहीं
सिर्फ ठुकराए जाते हैं
गर ख़ुदा के बन्दों उनको भी दो तरज़ीह
तो शायद एक नया ताज़महल बन जाए।
---- पत्तो की डायरी से
सिर्फ ठुकराए जाते हैं
गर ख़ुदा के बन्दों उनको भी दो तरज़ीह
तो शायद एक नया ताज़महल बन जाए।
---- पत्तो की डायरी से
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